ബ്രിട്ടീഷുകാരുടെ ക്രൂരത കൾക്കെതിരായി 1857 മേയ് 10 -ന് മീററ്റിൽ നിന്ന് ഒരു ജന കീയ പ്രക്ഷോഭം സംഘടിപ്പിച്ചു . പിന്നീടത് രാജ്യം മുഴുവൻ വ്യാപിച്ചു . എന്നാൽ വെള്ളക്കാർ ഈ സമരത്തെ അടിച്ച മർത്തി . ബഹദൂർഷാ സഫറിന്റെ രാജസദസ്സിലെ കവി ആയി രുന്ന മിർസാ ഗാലിബ് അന്നത്തെ ഡൽഹിയിലെ ആളുകളുടെ അവ സ്ഥയെക്കുറിച്ച് വർണിക്കുന്ന ഡയറിയാണ് പാഠഭാഗം

 रोज़=എന്നും 

 भिश्त =  വെള്ളം ചുമക്കുന്നവർ 

 नहर =തോട് 

 मशक =വെള്ളം എടുക്കാനുള്ള തുകൽ സഞ്ചി 

 भरना = നിറയ്ക്കുക 

 सींचना = നനയ്ക്കുക  

 रूख- सूखी-=വറ്റി വരണ്ട 

हाकिम =ഓർഡർ നൽകുന്ന ആൾ 

 घोडा =കുതിര 

 तलवार = വാൾ 

चीरना =കീറുക 

 लाश = ജഡം 

 टाँगना =തൂക്കിയിടുക 

 लटकाना = തൂക്കിയിട്ടു 

 खून = ചോര 

औरत = വനിത 

 साल= വർഷം 

 झाडू -=ചൂല് 

 झाडू लगाना =തൂത്തുവാരുക 

 गुजर - बसर=നിത്യ ചെലവ് 

 बस्ती= താമസിക്കുന്ന സ്ഥലം 


Qu)-मेरी तो भूखा रहने की आदत ही हो गई है " गालिब को भूखा रहने की आदत कैसे हुई होगी ? '

എ)- : स्वतंत्रता संग्राम के समय लोग खाने - पीने की चीज़ों केलिए तरसते थे । इससे गालिब अकसर भूखा रहा होगा । भूख सहते - सहते उन्हें भूखा रहने की आदत सी हुई होगी ।

Qu)- “ मैं कपड़े खा रहा हूँ । ” इससे गालिब की किस हालत की ओर संकेत है ? " 

എ)- : गालिब अपना बिस्तर और कपड़े बेचकर जीवन चला रहा है । गालिब ने समझा कि कपड़ा बेचना खतम हो तो जीवन भी खतम हो गया । अंग्रेज़ी शासन से लोग तडपते हैं । लोग गरीबी और अभावों से विवश थे । कोई सहारा नहीं । उनको हज़ारों दोस्तें हैं । लेकिन सारे दोस्तों एकाएक मारकर डाले । 

Qu)-गालिब ने अपनी डायरी में लोगों की दरियादिली और हमदर्दी का मिसाल पेश किया है । ऐसे उदाहरण पाठभाग में तलाशें ।

व्यक्ति                                                हमदर्दी का मिसाल 

गालिब                                   भूखी मेहरुनिसा के घर रोटियाँ पहुँचाई 

शिवजी राम                           भविष्य के प्रति उम्मीद रखने का सलाह दिया । 

बाल मुकुंद                         प्रतिकूल परिस्थिति में भी गालिब की चिकित्सा का प्रबंध किया ।

हरिगोपाल तुफ्ता |                   रुपए एवं गेहूँ भिजवाकर गालिब की शिवजी राम मदद की । 


 Qu)-हडसन साहब ने अभागे चिराग अली को मार दिया । इस पर समाचार तैयार करें |

 A)-दिल्ली के बड़े हाकिम हडसन ने चिराग अली नामक भिश्ती को मार डाला । यमुनापार निवासी चिराग अली सड़क सींचने का काम किया करता था । लोगों के अनुसार सुबह चिराग अली सड़क सींच रहा था । उस समय हडसन घोड़े पर उधर से निकले । चिराग अली ने हाकिम को सलाम नहीं किया । इससे क्रोधित होकर हडसन ने अपने तलवार से चिराग अली का पेट चीर कर मार डाला । बाद में लाश को दिल्ली दरवाजे पर टाँग दी गई।चिराग अली की हत्या से पूरे इलाके में अशांति फैली हुई है । एक हफ्ते पहले इन्हीं हडसन ने बादशाह बहादूरशाह ज़फर के दोनों बेटों का भी खून कर उनके सिर दिल्ली दरवाज़े पर लटका दिए थे । लोगों का मानना है कि हडसन हिन्दुस्तानियों का खून करने का आदी हो गया है ।